लेखक:
एच बालसुब्रह्मण्यम
एच.बालसुब्रह्मण्यम (1932) विगत 40 वर्षों से तमिल, हिंदी, मलयालम् के परस्पर अनुवाद-कार्य में जुटे हैं। फणीश्वरनाथ रेणु की कहानियाँ के तमिल अनुवाद पर आपको साहित्य अकादेमी का अनुवाद पुरस्कार प्राप्त है। साहित्य अकादेमी प्रकाशन संरचनावाद; उत्तर संरचनावाद और प्राच्य काव्यदर्शन का इनका तमिल अनुवाद तमिलनाडु के विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों के मध्य लोकप्रिय है। अब तक 40 श्रेष्ठ कृतियों के अनुवादक सुब्रह्मण्यम, उ.प्र. हिंदी संस्थान, हिंदी साहित्य सम्मेलन, सहित अनेक संस्थाओं से सम्मानित हैं। |
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